राज कुमार ने ज़ंजीर को ये कहकर ठुकरा दिया था कि मुझे प्रकाश मेहरा के बालों से बिजनौरी तेल की महक आती है। मैं पूरी फिल्म उसके साथ कैसे कर सकूंगा। हालांकि ये भी कहा जाता है कि राज कुमार प्राण के रोल से खुश नहीं थे। वो चाहते थे कि प्राण का रोल छोटा किया जाए। मगर जब प्रकाश मेहरा ने इन्कार कर दिया तो राज कुमार ने ज़ंजीर में काम करने से मना कर दिया। वैसे, राज कुमार से पहले प्रकाश मेहरा देवानंद के पास भी ज़ंजीर की स्क्रिप्ट लेकर गए थे। देवानंद को स्क्रिप्ट पसंद भी आई थी। लेकिन वो चाहते थे कि इस फिल्म में हीरो पर भी कुछ गीत भी रखे जाएं। प्रकाश मेहरा ने उन्हें समझाया कि हीरो का कैरेक्टर जिस तरह का है उस पर कोई गीत फिट नहीं बैठेगा। लेकिन देवानंद को उनकी ये बात सही नहीं लगी।
आखिरकार प्रकाश मेहरा वापस धर्मेंद्र जी के पास गए। धरम जी से ही उन्होंने ज़ंजीर फिल्म की कहानी खरीदी भी थी। धरम जी ने वो कहानी सलीम-जावेद से खरीदी थी। लेकिन उन्हें कहानी पर फिल्म बनाने का समय ही नहीं मिल पा रहा था। इसिलिए उन्होंने पन्द्रह हज़ार रुपए में प्रकाश मेहरा को ये कहानी बेच दी थी। प्रकाश मेहरा चाहते थे कि धरम जी ही इस फिल्म में हीरो का किरदार निभाएं। लेकिन उन दिनों धरम जी के कई प्रोजेक्ट्स एक साथ चल रहे थे। इसलिए वो ज़ंजीर में उसी वक्त काम कर ही नहीं सकते थे। जबकी प्रकाश मेहरा जल्द से जल्द ज़ंजीर की शूटिंग स्टार्ट करना चाहते थे। उन्होंने जब महसूस किया कि बड़े स्टार्स इस फिल्म को रिजेक्ट कर रहे हैं तो वो नए एक्टर्स की तलाश में लग गए। किसी ने उन्हें अमिताभ बच्चन का नाम सुझाया।
प्रकाश मेहरा को बताया गया कि महमूद साहब की बॉम्बे टू गोवा में इस लड़के ने अच्छा काम किया है। प्रकाश मेहरा ने बॉम्बे टू गोवा फिल्म देखी। उन्हें अमिताभ बच्चन पसंद आए। उन्होंने फैसला कर लिया कि वो अमिताभ बच्चन को ही ज़ंजीर में कास्ट करेंगे। चूंकि ज़ंजीर पहली फिल्म थी जिसे प्रकाश मेहरा प्रोड्यूस भी करने जा रहे थे तो किसी ने उनसे कहा कि वो नए लड़के पर पैसा लगाने का रिस्क क्यों ले रहे हैं। जबकी इसकी अधिकतर फिल्में फ्लॉप हुई हैं। लेकिन प्रकाश मेहरा अमिताभ में भविष्य का स्टार देख चुके थे। उन्होंने किसी की नहीं सुनी। और इस तरह अमिताभ बच्चन ज़ंजीर का हिस्सा बने। फिल्म रिलीज़ हुई और इसने बॉक्स ऑफिस पर ज़बरदस्त प्रदर्शन किया। हालांकि ये भी सच है कि ज़ंजीर की रिलीज़ से कुछ दिन पहले प्रकाश मेहरा काफी टेंशन में भी आ गए थे।
उन्हें लगने लगा था कि कहीं सच में तो उन्होंने अपनी फिल्म में अमिताभ बच्चन को लेकर गलत तो नहीं क दिया? कहीं ज़ंजीर भी फ्लॉप तो नहीं हो जाएगी? लेकिन उनकी व अमिताभ बच्चन, दोनों की किस्मत तेज़ निकली। ज़ंजीर ज़बरदस्त परफॉर्म करके गई।
11 मई 1973 के दिन ज़ंजीर ने बॉक्स ऑफिस पर दस्तक दी थी। ज़ंजीर फिल्म के 51 साल पूरे हो गए हैं दोस्तों । *Welcome in IIMLS India International Music Lovers’ Society 8005529714*
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